"बेवफा बनाने से पहले, वफ़ा निभाना पड़ता है।"
"बेवफा बनाने से पहले, वफ़ा निभाना पड़ता है।"
"आपकी खुदगर्ज़ी की वजह से, वो इंसान फिर किसी और पर भरोसा नहीं करता।"
"हकीकत मान बैठे थे उनके प्यार को, उन्होंने याद दिलाया, ये तो बस एक ख्वाब है।"
New Daily Quotes
"आज कल उन्हे फुर्सत तक नहीं मिलती, मुझे याद करने की।"
"लोग कहते है बड़ी खूबसूरती है मेरी मुस्कान में, अंदर के घाव देखेंगे तो चौक जाएंगे।"
"अगर दिल वफादार ना हो तो, नजदीकियां कितनी भी मायने नहीं रखती।"
"कुछ यूँ मुझ से लिपट के रोया किसी और के लिए, की तरस आ गया उसकी मासूमियत देख के।"
"दुकानदारी सीख ली मैंने, उसकी नपी-तुली बातें सुन सुन के।"
"अनदेखी का शौख था, हमने भी उनका तोहफा उन्हीं को वापस कर दिया।"
"सरकारी नौकरी सी तेवर है उसके, प्यार मांगो तो कहती है कल आना।"
"अकसर लोग अपने आप को पा लेते है, किसी और की राह देखते देखते।"
"जब आप किसी से उसी के लहजे में बात करते हो, तो लोग फिर अपनी असली रूप में आ जाते है।"
"उनसे प्यार अब व्यापार जैसा लगने लगा है।"
"आजकल मैं चेहरा देख के बता देता हूँ की दिल टूटा है या भरोसा।"
"भरोसा टूटने से पहले जज़्बात और विचार टूटते है।"
"कुछ ज्यादा ही मोहब्बत हो गई थी तुमसे, जो तुमने बिना कारण मुझे छोड़ दिया।"
"थोडा अभी वक्त लगेगा मुझे तुमसा होने में, बेवफ़ाई अभी सीख रहा हूँ मैं तुमसे।"
"बहुत भरोसा था तुम पर तुम्हारी मोहब्बत पर, बड़ी जल्दी तुमने इसे तोड़ दिया।"
"समय नहीं है आपके पास कोई बात नहीं, बस अपनी वफ़ा का ख्याल रखना।"
"वफ़ा के नाम पर बेवफ़ाई करने वाले बहुत हैं, जरा सम्हल के रहना वरना बिखर जाओगे।"
"वो हमारी आँखों में हमारी नींद की तरह थी, फिर एक दिन मेरी आँख खुल गई।"
"आज मैं बादाम नहीं खाता, किसी को बेसब्री से भूलना चाहता हूँ।"
"बहुत कम लोग ऐसे मिले होते है, जो अपनी बर्बादी का कारण वो खुद होते है।"
"करोड़ों का दिल लुटाया है जिस पर वो कौड़ियों जितना भाव देता है।"
"किस्मत को थी ये मंज़ूर क्या करें, हो गई हम से भूल क्या करें।"
"लोग बाज़ारू निकले तो हम क्या करें, वरना इश्क़ हमारा कीमती था।"
"हर बात पर सबूत मांगता था, एक दिन रिहा कर दिया हमने।"
"वो हमारे सामने हमारे थे, और हमने उनको दुनिया मान रखा था।"
"हम उनके रिवायत से अनजान थे, उनसे बात करने के लिए हमें बहाने बनाने पड़ते थे।"
"हर शब्द जो मैंने लिखा उसकी ज़िक्र होती, उसका बिना नाम लिए।"
वो भूल गया मुझसे, मेरी वफाई का राज, मेरे एक झूठ पर मुझसे जुदा हो गया।
हर बार टाल जाती है, मेरे प्यार की बातें, जब मैं पसंद नहीं था तो बात शुरु ही क्यों किया।
बहुत बुरा भला कह के गई हो, जब लौट के आओगी तो अफ़सोस बहुत होगा।
सबको अपना कहती रही, वो मैं सामने आया, फिर भी मुझे पराया कहती रही वो।
बहुत रोना आया था उस रात, जिस रात तूने मुझे बेवफाई सिखाई थी, तबसे मैंने भी बेवफाई को आजमना शुरु कर दिया।