
"सफल होने के लिए असफल होना बहुत ज़रूरी है I"
"सफल होने के लिए असफल होना बहुत ज़रूरी है I"
"जो अपने आप को पढ़ सकता है, वो दुनिया में कुछ भी सीख सकता है I"
"हर असंभव कार्य करने का एक ही तरीका, कड़ी मेहनत II"
New Daily Quotes
"जिस दिन आपने ये सीख लिया की सीखते कैसे है, फिर आप कुछ भी जीत सकते है II"
"सफल होने के लिए जुनून की बहुत जरूरत होती है II"
"कुछ लोगों को उम्र नहीं जिम्मेदारी समझदार बना देती है II"
"हारता वही है जो कुछ करता नहीं है II"
"अपने आप को बनाने के लिए, अपने आप को दांव लगाना बहुत जरूरी है I"
"सफल होने के लिए सबसे अच्छा नहीं, बल्कि अपने आप से सच्चा होना बहुत ज़रूरी है II"
"जिन्हें अपने आप पर भरोसा होता है, उनका मुकाबला बस अपने आप के साथ होता है II"
"जिस काम में दिल लगे वही करो, लेकिन ईमानदारी के साथ करो II"
"अपने आप पर काम करना शुरू करो बांकी सब कुछ खुद ब खुद हो जाएगा II"
"जिन्हें पता होता है की वो सही रास्तों पर चल रहे है, उन्हें किसी की परवाह नहीं होती II"
"सफल होने के लिए ज़िद्दी होना बहुत ज़रूरी है।"
"अगर तुम चलने के लिए तैयार हो तो मंजिल तुम्हारे सामने झुकने के लिए तैयार हो जायेगी।"
"जो अपनी शर्तों पर जीते है, वो कुछ कर सकता है।"
"जो सफलता का अर्थ समझे है, वो बहुत मेहनती होते है।"
"हम वही बनते है जो हम बार बार करते है।"
"मुश्किल समय ही हमें मजबूत बनाते है।"
"कुछ पाने की आस तो रख, कुछ तो अरमान रख जो हो खास, हर कोशिश में करे दरिया तू आर पार।"
"अगर आपको कोई काम करने में डर लग रहा है, तो आप सही कर रहें है।"
"जो संघर्ष कर सकता है, वो सफल भी हो सकता है।"
हर सफर की शुरुआत, एक सोच से होती है।
सब के अच्छे नसीब नहीं होते, कुछ लोग मेहनत करके अपना नसीब अच्छा बनाते है।
अपनी कमी आप छुपा तो नहीं सकते, लेकिन मेहनत करके आप उसको मिटा जरूर सकते है।
जिन्हें मेहनत करना आ गया, वो कोई भी मुश्किल राह आसानी से पार कर सकते है।
आपकी हर बोली पर ताली होगी, आप मेहनत कर के तो देखो।
बिना मेहनत मिली सफलता चंद दिनों की मेहमान होती है।
जो अपने हालातों से लड़ना जानते है, वो शिखर पर भी पहुंचना जानते है।
हमने ज़िंदगी जीना सीखा है पत्थरों से, ठोकरे हमारा क्या बिगाड़ेगी।
अपने आप पर जो भरोसा करते है, वही दुनिया बदलते है।
जिन्हें अपनी कमी नज़र आती है, उन्हें सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।
तू वाकिफ नहीं है मेरी ज़िद से, ज़िद पर आ जाऊं तो भगवान् को भी ढूंढ़ लूं।
अगर आपके इरादे मजबूत है तो, वो आपके काम में भी नजर आने लगती है।
एक छोटा विश्वास काफी है, बड़ी जीत के लिए।
तुम्हे मिले ना मिले मंज़िल, कोशिश तो मैं समंदर की लहरों की तरह करता रहूँगा।
हार कर, रो कर और डर के जीने वालों में से नहीं हूँ मैं। अपने मंज़िलों का रास्ता चलकर तय करने वालों में से हूँ मैं।
किसी और के नज़रों में अच्छा होने के लिए सच्चा होना जरुरी नहीं है, सच्चा होना खुद के लिए बहुत जरुरी है।
सच बोलने से कुछ हासिल हो न हो, झूठ बोलने से कई बार नुकसान हो ही जाता है।
झूठे इंसान को भी कभी कभी सच बोलकर देखना चाहिए, दिल का बोझ हल्का हो जाता है।
सुनने वाला इंसान सही हो तो सच की कीमत और भी बढ़ जाती है।
सच कहूं या फिर वो कहूं जो तुम सुन पाओगे।
हर बार सच बोलना जरूरी नहीं है, पर झूठ बोल के हांसिल क्या होना है।
सच की कीमत बहुत ज्यादा है, हर कोई अदा नहीं कर सकता।
लगा सके सच की कीमत, वो बाजार अभी तक खुला ही नहीं।
हिम्मत और हौसला जिसका बुलंद होता है, वो बड़े से बड़े तूफान के आगे भी डटे रहते है।
तेरी बाज़ी तू ही जीतेगा बस हिम्मत और हौसला बनाये रख।
तू खुद में एक चिंगारी नहीं, एक ज्वाला है। बस ये बात तुझे खुद को बतानी है।
कोई भी इंसान हर असंभव को संभव बना सकता है, जब तक वो अपने ज़िद पर अड़ा है।
मेहनत और हौसले के आगे दुनिया झुकती है, तो मंज़िल क्या चीज है।
तू शेष नहीं विशेष है।
ताकत नहीं हिम्मत की ज़रूरत होती है, सैलाबों का रुख मोड़ने के लिए।
जो अपने लिए बदलते है, वही इतिहास लिखते है।
लिखने वाले तो दुनियां में एक नया इतिहास लिख देते है, अपनी तकदीर लिखना तो बहुत छोटी सी बात है।
मैं अपने आप से बात करने का तरीका ढूंढ रहा हूँ, दूसरों से बात करना तो सबको आता है।
जो जीवन के कठिन दौर से गुजरता है, वो मंज़िल पर नज़र आता है।
तू वही है, जो किसी को भी जीत सकता है। तू खुद पर भरोसा कर, दुनिया तुझ पर भरोसा करेगी।
समय की दवाई कड़वी जरूर होती है, लेकिन ज़िंदगी सुधार देती है।
सफल व्यक्ति किसी और को नहीं, बस अपने आप को बदलना जानते है।
ज़िंदगी वहां से शुरू होती है, जहाँ से आपका डर ख़त्म होता है।
सफल बन सकता है, जिसका सोच उसके मन से मजबूत है।
आप वक्त के साथ चलिए, दुनिया अपने साथ चलेगी।
सपने पर्वत जैसे हैं और हौसले बुलंद जैसे, रास्ता कठिन बहुत है पर मुझसे हारेगा जरुर।
तू नींद से परेशान है देख वहां कोई दास्तां मंज़िल कि लिख रहा।
खुद में खुदा है तो दुनिया कि फ़िकर क्यूं, खुद में जब सब है तो दुनिया में रहना क्यूं।
सब कुछ जानकर इंकार करना ठीक नहीं, अपने को नासमझ ठहराना ठीक नहीं। माना कि छिप जाओगे दुनिया कि नजर से, खुद से कब तक छिपते फ़िरोगे?
जन्म मरण कि रीत को भुलो जीवन का चल साथी बन जा, कोई गर न हो संग में तो खुद में खुद का साथी बन जा।
शेर कि दहाड़ है तू वज्र का प्रहार है तू, न तू थकने वाला है और तुझे न कोई थका सके।
गर मेरी खुद्दारी देखोगे तो सह नहीं पाओगे, इसमे ऐसा पागलपन है कि गर देखोगे इसे तो जल जाओगे!
काम ऐसा करो कि रात के अंधेरे में भी चमको तुम्, और गर धूप आये तो बन बादल बरसो तुम।
अंजाम जो कुछ हो आगाज़ करना होगा, थक कर बैठना सही नहीं, रण में हाहाकार मचाना होगा।
हाथो की लकीरों में लिखा है जो उसे मिटा दे, रख हौसला कर फ़ैसला और मंजिल तक खुद को पहुंचा दे।
वक्त तभी तक परेशान करता है, जब तक आप उसके साथ नहीं चलते।
सफल इंसान अपने साथ चलता है, और असफल इंसान किसी और के इशारे पर चलता है।
तुम्हारी कमी का कारण बस तुम हो।
दुनिया उसी को जानती है, जो अपने लिए काम करते है।
सफल लोगों का पहला पसंद उनका काम होता है।
कोशिश यही है की, हर दिन पहले से ज्यादा काम करने की कोशिश होनी चाहिए।
सफल वही होते है, जो अपने आप में ही परिपूर्ण है।
अपने आप को बदलने के लिए एक लम्हा ही काफी है।
कुछ अलग करने से पहले, अलग सोचना बहुत जरूरी है।
हार ना मानना ही इंसान को जीवन में सफल बनाता है।
पूरी शिद्दत से किया गया पूरा काम कभी अधूरा परिणाम नहीं देता।
जीत गर मेहनत कि हो तो पूरी कायनात जश्न मनाती है, और यूँही नहीं मंजर मिल जाते, मंजिल पाने को रातों कि नींदे गवानी पड़ती हैं!
सब कुछ हासिल हो जाता है, बस खुद पर भरोसा कर लो तुम, ये तो धरा है, आकाश भी बदल जाता है!
कितने ही अतिशय विषय हैं जग में सब में लिपटा क्यों है तू, विलय प्रलय का लाप छोड़कर अब बस खुद में लग जा तू।
हितैषी-परतैशी अब यार प्यार भी साथ न देंगे, मन तन से बस लग जा तू इतना प्रण क्षण भर तू ले ले।
बैरागी सा क्यों घूमता है रण में उतर और उठा हथियार, इतना बस तू कर्म समझ ले।
चिंतन कर चिंता नहीं!
नियति के बंधन में सब पड़े हैं, तू खुद में मिल और सफ़लता को जड़ता में बदल दे, इतना ही अब चाहे दिल।
संघर्ष कि कहानी का फ़लसफ़ा तेरी मेहनत से होके जायेगा ये मन में ठान ले।
उड़ने को हवा की जरूरत नहीं, मुझमे पंख ही उड़ान सी लगी है।
कागज़ को तुम पंख समझते हो, मेरे रंग को बेरंग समझते हो, थोड़ा वक्त लो और सम्हलना जाओ, जिसे लोग तूफ़ान कहते हैं उसे तुम हवा का झोखा समझते हो।
खामोशियां चुपके से पुकार रही थी, मुझे शोर तालियों से स्वागत कर रहा था।
हमारा तो हो चुका हम कर गए, अब अपनी सुना तेरा क्या इरादा है, विहंग सा भटकना है या मांझी सा बनना है।
बहुत हो चुका तेरा अब मेरी सुन, सब कुछ खोता जा रहा है, पागल है या पागलपन का नाटक कर रहा है।
नज़र भर देखना चाहता हूँ तुझे पर क्या करूं, अभी ज़िन्दगी सुधारने में लगा हूँ।
शेर कि दहाड़ सुन तू चाहे बादलों कि पुकार सुन, या नदियों सा बन जा तू या हवाओ को चीर दे, है तुझमे वीरता तू वीरता दिखा दे अब।
पलकें तेरी सूनी लग रही, आज आँखो में काजल नहीं, सब ठीक है न मेरे रूठने का ग़म तो नहीं।
क्या हुआ अभी जो वक्त साथ नहीं, वक्त आयेगा और सिर्फ़ आयेगा हि नहीं धूम धाम से आएगा।
पन्नों पे लिख दे एक कथा पुरानी, जो है तुझे लोगों को है सुनानी।
बंगला गाड़ी धन और दौलत सब अपने हो जाएंगे, साथ अगर हों हम तो ये हालात सुधर जाएंगे।
ज़िन्दगी की कहानी को बेवजह मत गुज़ार, इनमें तुझसे ज्यादा दूसरो का कुसूर है।
कुछ खिताब अचानक नहीं होते उसे हासिल करना पड़ता है।
उड़ चलो अब पंख फ़ैलाए दुनिया के संग ताल मिलाए।
अच्छा मुझको लगता है तेरा हि अब बन जाना, पाना सबकुछ जो चाहा था पक्षी जैसा बन जाना।
नाहक ही बैठे हो चुप, अब आवाज़ नहीं शोर होनी चाहिये।
गर इज्जत पानी है तो कुछ हासिल करना होगा।
बहुत हो गई उलझी बाते, अब तो कुछ करना होगा, इतिहास नया गढ़ना होगा।
आज चल इतिहास लिखते हैं, चल अब मेहनत का पयाम रचते हैं।
क्या सच है इस जग का उजाला बनना या अंधेरा चुनना, मुझे है हासिल करना अब नही है कुछ सुनना।
परिंदा सा बनो उड़ान ऊंची रखो, हौसला कम नहोने दो और भरोसा खुद पे रखो।
ख्वाब में कभी अफ़सोस मत लाना, खूब देखना ख्वाब हौसले कमजोर मत करना।
इज़्ज़त करना सीखो वरना सरेआम ठुकराए जाओगे।
कुछ चीजे ऐसी होती हैं जो ज़हन में छिप जाती हैं जिनसे एक दिन इतिहास बनता है।
चर्चा में रहना है तो संघर्ष में जियो, देखना एक दिन तुम्हारी सफ़लता का परचम लहराएगा।
तुम लहरों से क्यों डरते हो, तुम तो तूफ़ान के सौदागर हो!
हालात सही नहीं तो क्या हौसले तो बुलंद है, और ऐसी कौन सी हालात जो हौसलो के आगे टिक पाए।
नदियों सा बन जाना, तुम गर आए जो तूफान भी तो तुम उससे पार निकल जाना।
हर मोड़ पे रुक जाते हो, इतना डरते क्यों हो? गर इतना ही डरना था तो घर से निकलते क्यों हो?
तेरा जो हुनर है उसको ज़ाया न होने देना, बढ़ाया है कदम तो फ़िर रुकने मत देना।
ज़मीन को देख सको बस उतना हि उड़ान भरना, वरना तुम्हारी उड़ान का कोई फ़ायदा नहीं होगा!
ये अंधेरा है जनाब, यहाँ तो परछाई भी साथ छोड़ जाती है, वो तो फ़िर भी एक इंसान थी।
इस पूरी दुनिया में तुम्हे हराने वाला कोई नहीं सिवाय आपके खुद के।
खिलौना बनना चाहते हो या खिलाड़ी, ये आप पे निर्भर है।
कहते हो वो असम्भव है, उसे करके तो देखो सबसे आसान लगेगा।
वक्त बुरा नहीं है, आपने अच्छा काम ही नहीं किया।
नसीब कमज़ोर हुआ तो क्या हुआ, इम्तिहान मेरे ज़बरदस्त होंगे।
गिर के उठ्ने कि रीत है जीतने वालों कि, वरना यहाँ लोग तो बहाने बनाने में माहीर हैं।
लोग तुम्हें सिखाएंगे चलना, चलना तो तुम्हें खुद पड़ेगा।
सपने सच करने हैं तो पहले जगते हुए सपने तो देखो।
समय कि अहमियत तब पता चलेगी जब समय को समय दोगे।