"मोहब्बत में सज़ा मिलना तो ज़ाहिर थी, हमने भी बहुत से दिल तोड़े थे, उनके लिए।"
"मोहब्बत में सज़ा मिलना तो ज़ाहिर थी, हमने भी बहुत से दिल तोड़े थे, उनके लिए।"
"इतना दूर भी मत रहो की, पास ना आ पाओ। ऐसे नाराज़ हो जाओगे तो, हमें दुबारा कभी नहीं देख पाओगे।"
"रिश्ते निभाना है तो सच्चे दिल से निभाओ, क्यू की ये ज़िंदगी बड़ी मुश्किल से मिलती है।"
New Daily Quotes
"एक रात की क्या बात है, मैं तो पूरी ज़िंदगी जागने के लिए तैयार हूँ, उसके एक दीदार के लिए।"
"गम इंसान के ज़िंदगी में दवाई की तरह होती है, जो लगती तो बुरी है, लेकिन वो हमें बेहतर बनाने के लिए होती है।"
"ज़िंदगी बदलने के लिए, तुझे अपने आप को बदलना पड़ेगा।"
"इत्तफाक और नसीब का खेल है सब, जिसे हम करीब से जानते थे, उन्हें करीब से देखे हुए अरसां बीत गया।"
"जब एक बार किसी और से मोहब्बत हो, तो आप ने मोहब्बत की नहीं, मोहब्बत जी है।"
"ज़िंदगी बदले न बदले, काम करने के तरीके जरूर बदलूंगा।"
"हम ज़िंदगी जीना चाहते है, किसी को हराना या किसी से जीतना नहीं चाहते।"
"एक गरीब इंसान सड़क पर सिर्फ रिक्शा नहीं चलाता, वो इंसान पूरे घर को चलाता है।"
"अच्छा इंसान दिखाने से नहीं, बनने से बनते है।"
"प्यार हो या हो दोस्ती, हम इबादत से कम नहीं समझते।"
"ज़िंदगी बदलने के लिए एक लम्हा ही काफी है।"
"अगर सीखना है तो समंदर से सीखो, वो बड़ा हो के भी अपने दायरे में रहता है।"
"कुछ इंसान दिल तोड़ने की मशीन होते है, उन्हें किसी और के जज्बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता।"
नज़र भर देखने की दरकार है मुझे, अब तेरा होने का मलाल है मुझे।
ख्वाब ज़िन्दा तो रहे, वो न मिले तो क्या हम ज़िन्दा तो रहे।
नमक का सवाल क्या था, बस इतना ही खाया है तो कर्ज़ भी निभा जाते।
कहते तो सब हैं मुझे के मुझसे दूर चले जाओ, फ़िर आवाज़ आती है कि तुम मेरे बन जाओ।
जान जान कहते फ़िरते थे, अब जान तुम्हारे पास ले आई, तो तुम जान गंवा बैठे।
मेरा स्वाद अनोखा है, एक बार चख लो तो नशा हो जाता है।
ज़िद्द कर करके मन भर सा गया है, अब तो बस तेरा बनने का ईरादा होता है, अब मुझे खुद के नशे में होने का मन करता है।
लगभग टूट से गए हैं हम, तेरे न सही पर अब अपने हो गए हैं हम।
लोगों का कसूर बस इतना है कि वो मुझे बुरा बड़ी देर से समझे।
नज़रे चुरा कर तो गुज़र जाओगे, पर ये मन जो तुमसे बाते करता है उसका क्या।
लाख कोशिश कर ली छिपाने की दुनिया दारी, अब कुछ है भी तो नहीं जो छिपा सकूं।
जाने कहाँ खो गए सब, कभी जो ख्यालों से जाते न थे।
बहुत खोजबीन हो गया उनका, अब तो बस उनकी यादों में रहना है, वो भी ज़िन्दगी भर।
होश में नहीं हो, शाम को महखाने में गए थे क्या? अब तुम किसी और के हो गए हो क्या?
ये रंगमंच की दुनिया है, सादे बने रहोगे तो सादा ही, लोग तुम्हें पहचानेंगे, जैसा रहोगे वैसा ही पाओगे।
काश तुम करीब आए होते, पर तुम तो आए तो बस साए जैसे।
जीवन का मतलब समझ आ गया है, जबसे तुम मुझे छोड़के गए हो, अब तुमसे दूर रहने का मन होता है।
कब तक मौन बैठे रहोगे, कब तक यूँ तन्हा बैठोगे, अब खुद के बनो, अब खुद के लिए खड़े होकर खुद के लिए बोलो।
बहुत दिन हुए Facebook पर, तेरी Profile का banner बने, अब Facebook पर तेरी Profile का Highlighter होने का ईरादा है।
दिन का हिसाब रखते रखते रात हो गया, अब कहिए रात का हिसाब रखा तो फिर से दिन न हो जाए।
जब कभी तुम्हें याद करता हूँ, मैं सोचता हूँ कुछ पल और मिल जाते, तेरे साथ शायद वह वक्त और भी अच्छा हो सकता था। लड़ाई झगड़े में बीत गया वह समय, वरना तू आज मेरे साथ हो सकता था।
अकेले हैं इस दुनिया में, कोई साथी नहीं है, एक सिवाए तेरे, मुझे किसी और की याद आती नहीं है।
तू जो सोचता है, गलत सोचता है, मैं तेरे से कितना प्यार करती हूँ, तू इस बात का अंदाजा नहीं लगा सकता।
हमें तो तेरी आंखों ने ही घायल कर दिया था, यह झूठ-मूठ का नाटक करता था। तुम्हें इग्नोर करने का, तुमने तो हमें पहली नजर में पागल कर दिया था।
जो तुझे देखे, तेरा दीवाना हो जाए, हाय! कोई शख्स इतना प्यारा कैसे हो सकता है?
तेरी दोस्ती भी नसीब नहीं होती, किसी को मैं हैरान हूं कि तू मुझे प्यार करती है।
मैंने पुराने दिनों और रिश्तों को छोड़ आया हूं, सिर्फ तेरे साथ आज का वक्त बिताने के लिए।
एक पल में सब कुछ अच्छा लगता है, दूसरे पल सब बुरा लगता है, लेकिन जब तू पास होती है, तो मुझे बहुत अच्छा लगता है।
मैं जिंदगी में कुछ बड़ा करना चाहता था और तुझे हर खुशी देना चाहता था, जो तुझे अब तक नहीं मिली।
मैं तुझे प्यार करता था और तुमसे सब कुछ दे देता, लेकिन तूने मेरा दिल तोड़ दिया।
तेरे लिए, जो लड़का अपना सब कुछ छोड़ सकता है, वो तुझे कभी भी छोड़ने की सोच भी नहीं सकता।
दिल ने तुझसे एक बार भी मांगा होता, मैं अपना दिल निकालकर दे देता तुझे।
हर जगह तू ही दिखती है, तेरे साथ ही मेरा रात-दिन होता है।
मैं अब कहाँ जाऊं, इस शहर में तेरे संग ही रहूं, गांव में भी मैं खुश रहा करता था।
वो गांव का आंगन, दोस्तों का काफिला, सब छोड़ आया, कमाने के लिए, एक लड़का अपने घर छोड़ आया।