"कभी कभी एक दिन का इंतज़ार सालों जैसा लगता है।"
"कभी कभी एक दिन का इंतज़ार सालों जैसा लगता है।"
"एक तरफ है खामोशी, एक तरफ इंतज़ार है। फिर भी ये मोहब्बत अपने आप में ही कमाल है।"
"अगर आपको सबकी नज़रो में अच्छा बनना है, तो बस अपने मरने तक का इंतज़ार कर लीजिए।"
New Daily Quotes
"दो तरह के आशिक होते है, एक हासिल करने वाले और दूसरे इंतज़ार करने वाले।"
"मिलने का मज़ा अक्सर इंतज़ार के बाद ही आता है।"
"उसके ना की उम्मीद तो नहीं, फिर भी उसका इंतज़ार किये जा रहे है।"
"जिसका इंतज़ार शिद्दत से करोगे, वही अक्सर नहीं आते।"
"खूबसूरत का पता नहीं, लेकिन मज़ा बहुत आता है, प्यार में भी और इंतज़ार में भी।"
"आहिस्ता आहिस्ता धड़कन बढ़ने लगती है, जब इंतज़ार की घड़ी कम होने लगती है।"
"हर इंतज़ार का अहसास बहुत ही खूबसूरत होता है !!"
"तुम्हारी एक झलक देखने के लिए, हम चाँद से बातें सारी रात करते रहे। आप हमसे मिलने नहीं आई, हम आपका इंतज़ार सारी रात करते रहे।"
"इंतज़ार उनके आने का खत्म ना हुआ, हम हर एक आहत में उनको ही ढूंढते है।"
"क्या खूब ये सुरूर तेरा है मुझ पर, तुमसे मिल कर फिर तुमसे मिलने का इंतज़ार रहना है।"
"सही समय के इंतज़ार में रहती है, फिर भी जाने क्यों ये किसी और को ढूंढती रहती है।"
"जीवन भर लोग जिस चीज का इंतज़ार करते है, वह चीज ही मौत है।"
"स्वयं लाखों लोगों से मिलें, पर कभी किसी के इंतज़ार में समय ना गवाएं।"
"ज़िंदगी तो मौत के इंतज़ार में रहती है, फिर भी जाने क्यों ये किसी और को ढूंढती है।"
"अभी अपने आप से नाखुश हूँ, तभी तो अपने आने वाले अपने आप के इंतज़ार में हूँ।"
"इंतज़ार किसका रहता है इन आँखों को, जो रात के अँधेरे और दिन के उजाले में भी ढूंढ नहीं पाते है।"
"इंतज़ार दरअसल हमें सुकून का था, लोगों को लगता रहा मैं किसी खास के इंतज़ार में हूँ।"
"कभी कभी अगर इंतज़ार की बेचैनी समझ ना आये, तो आईने के सामने आकर अपनी बेचैनी दूर कर लिया कीजिए।"
"कोई आपका इंतज़ार करें और आप किसी का इंतज़ार करें। दोनों ही हाल में वक्त थम सा जाता है।"
"संभव ना हो तो साफ मना कर दें, पर किसी को अपने लिए इंतज़ार ना कराएं।"
"बेचैनी प्यार से ज्यादा किसी के इंतज़ार में होती है।"
"कोई आपको अपने से भी ज़्यादा तब अपना लगने लगता है, जब उस से मिल कर भी आपका इंतज़ार खत्म नहीं होता।"
"इंतज़ार में समय की गति नज़रिये पर निर्भर करती है - अच्छा हो तो तेज और बुरा हो तो धीमे।"
"इंतज़ार करने में अक्सर लोग नफरत ही करते है।"
"सुकून से इंतज़ार आपस में प्यार करने वाले लोग भी मुश्किल से ही कर पाते है।"
"इंतज़ार की गति आपकी किसी चीज को चाहने की तीव्रता पर निर्भर करती है।"
"तुझे ना हासिल कर के भी ये सुकून तो रहा, कम से कम तेरे इंतज़ार में समय तो नहीं गवायाँ।"
"अब और कितना इंतज़ार कराओगी ऐ ज़िंदगी, मिलो और बातें चार कर कुछ मुद्दे ही सुलझा लो।"
इंतज़ार दुनिया के हर परेशानी का हल है।
इंतज़ार में जो मज़ा है, वो दीदार में कहाँ।
हर कोई इतनी मुहाब्बत कर नहीं सकता, हर कोई हर किसी का इंतज़ार कर नहीं सकता।
तू भी कभी अपने होठों पर मेरा नाम रख के देख, तू भी तो कभी मेरा इंतज़ार कर के देख।
इंतज़ार ख़त्म होगा जब सफर की शुरुआत होगी।
हर इंतज़ार में एक उम्मीद छुपी होती है।
ज़िंदगी में कभी इंतज़ार ख़त्म नहीं होता, किसी बेगाने के वजह से कोई बर्बाद नहीं होता, हम तो अपनों के सताए हुए है, दुनियां में अपनों से दूर जाने कोई ज़रिया नहीं होता।
इंतज़ार बहुत जरुरी है, मंज़िल हासिल करने के लिए।
हर कोई पूछता है हमसे करते क्या हो, और हम कहते है, इंतज़ार सही वक्त का।
किसी के इंतज़ार में वक्त ज़ाया ना करें, या तो इश्क़ करें, या तो अपने काम से इश्क़ करें।
हमलोग तो बस इंतज़ार ही कर सकते, उनका दीदार करना तो हमारे नसीब में ही नहीं है।
तुम मिलो ना मिलो मैं इंतज़ार करता रहूँगा, तुम्हारे आने की।
अब ये दिन मुझे पहाड़ जैसे लगते है, उसके बिना ये कटते ही नहीं है।
जानता हूँ कि वो आएंगे नहीं, लेकिन उनका इंतज़ार करना मुझे मसरूफ रखता है।
मुझे इंतज़ार था तेरे हर इकरार का पर वो इंतज़ार इंतज़ार रह गया।
उसने कहा सही घड़ी आने पे सब कुछ बयाँ कर दूंगा, उस सही घड़ी का इंतज़ार अब तक है।
उसे कैसे बताएं कि अभी भी इंतज़ार है उसका।
उन्हें मुझसे नफ़रत थी और मुझे घमंड, अजीब हैं नफ़रत करने वाले भी हर महफ़िल मे हमारी चर्चा करते हैं।
उसे गुरूर था कि मैं उसके साथ हूँ, पर एक दिन उससे दूर क्या हो गया, उसका गुरूर हि टूट गया।
उससे मैने पूछा के मेरे साथ चलोगे, उसने कहा हम अकेले रहना पसंद करते हैं, मैने भी कहा, 'तो हम भी अब से तुमसे दूर रहना पसंद करते हैं।'
उसके पास जितना कम दिमाग था उतना ही ज्यादा घमंड, समझदार होती तो विनम्र होती।
तूफ़ान आया था कश्तियाँ डूब रही थी, मैने कहा घमंड छोड़ दे वरना तेरा भी यही हश्र होगा।
तू आस न छोड़ना, तेरे मेरे कुन्ड्ली में हमारा मिलन लिखा है।
बहुत देखे रास्ते सब में इंतज़ार करना पड़ा, पर तेरे इंतज़ार का मजा ही कुछ और था।
तेरी राह तकते तकते उम्र बीत गई, अब क्या नया जन्म लें।
इंतज़ार की बात होती तो हम कर लेते, पर तुमने तो पूरी उम्र ही मांग ली।
सिर्फ तेरे इंतजार की बात नहीं थी, हम तो पूरे तेरे हुए हैं अब कबसे।
जाने दो अब ये बातें वातें, जब तेरा इंतजार किया तब तू थी ही नहीं।
लाख कोशिशें की तुझसे मुलाकात की, पर मेरा इंतजार अधूरा ही रहा।
जहाँ तक मेरा सवाल है, अब मैं किसी का इंतजार नहीं करता, पर इंतजार करवाना पसंद करता हूँ।
ये पूरा संसार ही छोटा लगने लगेगा, एक बार तुम हाँ तो बोलो, बस इंतजार मत करवाना।
नज़र है तेरे पास और दिल छोटा है तेरा, अब तुझसे ज्यादा इंतजार होगा नहीं, बस अब तुम अपनी राह चलो।
तुझे पसंद है ये बातें मेरी, मुझे बार बार बोलना और मेरे दिल में उतरना।
हर बार एक ही बात आती है, कि ये दिल तुझ बिना लगेगा कैसे, तेरे इंतजार में, तो अब आंखें भी थक गई हैं।
इंतज़ार का वो मिज़ाज भी कुछ अलग है, जो चाहते हैं लेकिन खुद को इंतज़ार के नाम पर ठहराते हैं।
इंतज़ार में हीरों का इस्तेमाल नहीं होता, ये सिर्फ़ वो लोग करते हैं जिनके पास समय होता है।
इंतज़ार की चाहत में हम खुद को खो बैठते हैं, और फिर देर तक इंतज़ार की राह में रो बैठते हैं।
जो इंतज़ार में हो गए, उन्हें मिली जो कुछ भी, अब वो इंतज़ार से डरते हैं, कहीं खो न जाएं कुछ और।
इंतज़ार की राह में, नज़रें उठाकर देखते हैं, क्या पता कहीं कोई खुशियाँ हमें इंतज़ार कर रही हो।