"जो जितना करीब होता है, उसकी यादें उतनी बेरहम होती है II"
"जो जितना करीब होता है, उसकी यादें उतनी बेरहम होती है II"
"बुरी यादों में जीना ही नर्क के समान होता है।"
"लोग वर्तमान से ज्यादा यादों में ही जीना पसंद करते है, एक जो वो जी चूका है, दूसरा जो वो जीना चाहता है II"
New Daily Quotes
"जीवन कितना आसान होता अगर हम बीती हुई यादों में सिर्फ अच्छी यादें ही जमा कर रख सकते II"
"यादें साथ लेकर जियें जरूर, मगर उन्हीं यादों में अपनी पूरी ज़िंदगी कभी ना बिताएं।"
"आपका वक्त चाहें कितना भी बुरा चल रहा हो, आप अपनी यादों के सहारे उस बुरे वक्त को आसानी से झेल जाएंगे।"
"आप के जीवन में रोमांच अगर बरकरार है, तो आप अच्छी यादें बना रहे है II"
"हर एक इंसान दूसरे के लिए याद मात्र ही होता है, चाहे वह अच्छा हो या बुरा II"
"यादें साथ लिए जीने में कोई बुराई नहीं है। बस मानसिक ख्याली पुलाव से बचें II"
"आपकी यादें चाहें अच्छी हो या बुरी, दोनों हिस्से तो आपके अपने जीवन के ही है II"
"अच्छाई या बुराई किसी भी चरम सीमा पर अपने यादों का घरौंदा ना बनायें। यादों को खुद में संजोए, वर्तमान में जियें।"
"कोई भी किसी के लिए भी पूरा अच्छा या पूरा बुरा नहीं होता। बात बस इतनी सी है की उनके बीच यादें कैसी रही है।"
"अगर आप अपने हर पल को रोमांच पूर्ण ही बनाना चाहते है, मतलब साफ है की शायद आप जीना ही भूल चुके है।"
"जीवन की यादें अपने आप ही बनती जाती है। हो रही घटनाओं पर नियंत्रण करने के बजाय आप अपने चुने हुए रास्तों पर ध्यान दें II"
"इंसान बुरी यादों में जीने का चुनाव तब कर लेता है, जब वह मानसिक रूप से संकीर्ण हो जाता है।"
"अच्छी यादें बनाते हुए जीवन जीने का एहसास ही पृथ्वी पर स्वर्ग के सामान होता है।"
"अगर आप अच्छे कर्म करेंगे तो उससे अच्छी यादें ही बनेगी। फिर आपको किसी स्वर्ग की कल्पना करने की जरुरत नहीं है।"
"किसी के साथ बिताये हुए चंद पलों की यादों का हमेशा के लिए मन में अंकित हो जाना ही सच्चा प्यार है।"
"लोग वर्तमान से ज़्यादा यादों में ही जीना पसंद करते है।"
"जो मुझे याद करते है, उनसे मैं रोज़ मिल नहीं पाता हूँ। और जिनसे मैं रोज़ मिलता हूँ, वो मुझे कभी याद आयेंगे नहीं।"
"गांव से मैं जरूर निकल गया, लेकिन मेरे अंदर से गांव कभी नहीं निकल पायेगा।"
"आजकल वो मुझे याद नहीं आती, कहीं ये मेरे मुहब्बत की इंतहा तो नहीं।"
"अब वो कभी नहीं आता, बस उसकी याद आती है।"
"उसके चेहरे के अलावा और कुछ याद नहीं मुझे इस ज़माने में।"
"कभी अपने और कभी अपने मुकद्दर पर तरस आया, तन्हाई का बादल कुछ यूँ मुझ पे बरस आया।"
"इस सादगी पे तो कई मर मिटेंगे, हम उनको याद भी नहीं वो फिर भी मिलने चले आते है।"
"समझ नहीं आता की ज़िंदगी यादें है, या यादों में ही ज़िंदगी है।"
"बहुत दफा हम उनसे मिलने जाते है, पर मिल नहीं पाते है। पूरी ज़िंदगी उन्हें ही याद किया, फिर भी लगता है कम प्यार किया।"
"यादों की अहमियत इतनी सी है, की एक तनहा इंसान को किसी की जरुरत नहीं पड़ती।"
"तू अपनी आदत मुझे इतना मत लगा की तेरी यादों के सहारे जी ना सकूँ।"
"ज़िंदगी में कभी किसी का सहारा ना मिला, तेरी यादों का कभी कोई किनारा ना मिला।"
"ज्यादा चल नहीं पाता इसलिए दूर तक नहीं जाता, शायद तेरे अलावा किसी और के साथ चला नहीं जाता।"
"जब वक्त अच्छा हो तो अच्छी यादें बनाओ, बुरे वक्त में वो बहुत काम आती है।"
"हम याद आने वालों में से है, याद करने वालों में से नहीं।"
अब क्या करु तेरी इन यादो का, अब बुला के तुम्हे दोबारा दे भी नहीं सकता।
खुदा कि रहमत है के अब तेरी याद नहीं आती, वरना तेरे लिए मुझे फ़िर से टूटना पड़ता।
सोच में तो हो तुम पर ख्यालो में नहीं, तुझे पाने कि चाहत में अब नहीं रहे हम।
जब-जब तेरी याद आने की बात आई थी ज़ुबान पे मेरे, तब-तब दिल ने मुझे चुप करा लिया।
एक शख्स के लिए ता उम्र तरसते रहे हम, वो दौर भी बड़ा यादगार दौर था।
तेरी याद में मुस्कुरा लेता हूँ, वरना अंजाम ने तो दर्द हि दे रखा है।
अब उसकी याद आती है तो मन को शान्त कर लेता हूँ, सुकून में बैठ लेता हूँ ताकि वो याद से भी न चली जाए।
जब याद आती है उनकी तो बारिश में चला जाता हूँ ताकि आंसू बारिश में छिप जाएं।
ए खुदा कुछ ऐसा कर कि जितनी दफ़ा उसकी याद आए उतनी बार वो मुझसे मिलने आए।
तुझमे खाने को मन करता है, जब भी तेरी याद आती है, तेरा होने का मन करता है।
तेरी कमी इस कदर खल रही है मुझे, जब भी हँसना चाहूं तो मुझे रुला देती है तेरी कमी।
मुझे वक्त नहीं तेरे सिवा कुछ और, तेरी यादें ही वक्त और माँगती है मुझसे।
न जाने कब वो याद बनकर मेरे दिल में समा गया, अब तो बस ख्वाहिश है तुम्हारे आने की।
तेरी याद है या डरावना सपना, आँख लगते ही उठा देती हैं।
तेरे नाम को अब अपनी याद में बसा रखा है, तू हर वक्त मेरे पास था, तुझे अब सीने से लगा रखा है।
अब उनकी याद बहुत आती है, बिना बात मुझे बड़ा सताती है।
उसने कहा, "तुम्हारी याद बहुत आती है," मैंने कहा, "आप मेरे कोई अपने तो नहीं।"
तेरी याद में अब बीते दिन, अब रातें भी बीतने ही वाली हैं।
मुझे घर की याद बहुत आती है, अब घर से दूर मुझे घर की बहुत याद आती है।
सोच रहा था बचपन की बातें, उस पल भी तेरी याद आ गई।