"कमरा ही नहीं मेरी पूरी ज़िन्दगी ही नाराज़ है मुझसे।"
"कमरा ही नहीं मेरी पूरी ज़िन्दगी ही नाराज़ है मुझसे।"
"हमारे बीच दूरियां बढ़ी है, इसका मतलब ये थोड़ी कि मैं उससे इश्क़ करना छोड़ दूँ।"
"हम तब तक ही खास है, जब तक की वो मेरे साथ है।"
New Daily Quotes
"ज़िंदगी बहुत बड़ी थी और इश्क़ हमारा बहुत छोटा।"
"कुछ रिश्ते ख़ामोशी और नाराज़गी के चलते बच जाते है इस दुनिया में।"
"मैं ज़िंदगी के मेले में गुम हूँ, मुझे रास्ता मत दिखाओ। मैं खुद के इश्क़ में गुम हूँ, मुझे बेवफाओं से मत मिलाओ।"
"नाराज़ मैं अपने आप से हूँ, खामखा तूने अपने ऊपर ले लिया। गलतफहमियों ने हमें दूर किया है, खामखा तूने अपने ऊपर ले लिया।"
"कुछ लिखूं कैसे, दिलो दिमाग पर तुम बैठी हो। मैं आज काम पर कैसे जाऊं, नाराज़ हो कर तुम बैठी हो।"
"अगर तेरी नाराज़गी, तेरी मजबूरी है, तो रहने दे, मुझे मानना नहीं जरुरी है।"
"नाराज़गी में ही सही, लेकिन वो हम से दूर हो गए।"
"ना जाने किसकी नज़र लगी, कुछ ऐसी हमने एक दूसरे को सज़ा दी, ये ज़िंदगी हमने नाराज़गी में ही गुज़ार दी।"
"तुम से नाराज़ होने के बात, मैं अपने आप के साथ कैसे बात कर सकता हूँ।"
"बड़े शहरों का मैं नहीं, लेकिन इस शहर कोई किसी का नहीं होता।"
"बड़े शहर की सबसे खास बात, यहाँ हर कोई हर किसी की बात से खफा है।"
"आंधी कितनी भी तेज़ हो, वो साये को जिस्म से जुदा नहीं कर सकते। वैसे ही वो कितना भी नाराज़ हो जाय, पर मुझ से अलग नहीं हो सकता।"
ज़िंदगी की रिहाई से नहीं, तुम्हारी नाराज़गी से डर लगता है।
नाराज़ मैं अपने आप से हूँ, जो समझते है मैं उन से नाराज़ हूँ वो मेरे अपने थोड़ी है।
इश्क़ में नाराज़गी नहीं हुई, तो फिर आपको इश्क़ भी नहीं हुई।
इश्क़ करने की इकलौती शर्त है, दोनों लोगों को नाराज़ होने का हक़ है।
हम तो नाराज़ होने का नाटक कर रहे थे, उन्होंने सही समझ लिया।
तन्हाई से नहीं, हम नाराज़गी से डरते है।
मेरे हिसाब से ज़िंदगी बहुत छोटी है, नाराज़गी के लिए।
मानने वाले हो तो, हम भी नाराज़ हो जाय।
हमें डर इस बात का है कि जो हम से नाराज़ है, वो कहीं हम से दूर ना हो जाएँ।
हम औरों से नहीं बस अपने आप से नाराज़ होते है।
आपकी नाराजगी हम सह नहीं सकते, आप उदास हो तो हम खुश रह नहीं सकते।
आपकी नाराजगी हमें अंदर से परेशान कर देती है। हम कितना भी ऊपर से खुश रहने की कोशिश करे, पर वह हमें अंदर से दुखी कर देती है।
कभी आप हमसे नाराज मत होना। नाराजगी में हमें छोड़कर मत जाना, वरना हम आपके बिना कैसे रह पाएंगे, इसीलिए हमारा कभी दिल तोड़ कर मत जाना।
मैं सिर्फ और सिर्फ तुम्हारी नाराजगी से डरता हूं। मुझे किसी से फर्क नहीं पड़ता। मैं सिर्फ और सिर्फ तुम्हारी फिक्र करता हूं।
मैंने जब भी तुम्हें देखा है, अपने ख्वाबों में देखा है। मैंने जब भी तुम्हें चाहा है, अपने दिल से चाहा है।