
"बेवजह यूँ खामोश हो के बैठा है, ना जाने कौन सा अफ़सोस ले के बैठा है I ख्वाइशों की पतंग को थोड़ी ढील दे, अपने ख्वाबों के उड़ान को नई मोड़ दे II"
"बेवजह यूँ खामोश हो के बैठा है, ना जाने कौन सा अफ़सोस ले के बैठा है I ख्वाइशों की पतंग को थोड़ी ढील दे, अपने ख्वाबों के उड़ान को नई मोड़ दे II"
"कुछ यूँ मैं सुबह लेके खड़ा रहा, रात की चौखट पर, मानों कलेजा निकाल के रख दिया हो उनकी एक आहट पर II"
"हर सुबह तुम्हारी यादों से ही मेरा चेहरा रोशन होता है I"
"आजकल आवाजों में तो हर किसी के ताकत होती है, आप अपनी विचारों को भी दो थोड़ी सी ताकत I"
"टूटे को बनाना और रूठे को मनाना जिसे आता है वो खुद में सफल होता है I"
"वाणी से ही ख़ुशी, वाणी ही गम का कारण, वाणी ही पीड़ा, और वाणी ही मरहम II"
"अपनी ज़िंदगी की कहानी का लेखक खुद बने I"
"चाँद आपके चेहरे पर कुछ यूँ साया है, की अब सुबह मुझे रास नहीं आता है I"
"तू भी थोड़ी अपने हिस्से की सुबह से थोड़ी उमंग ले, ऊर्जा की नई किरण ले I "
"हर रात शब्दों का गला घोट के सुबह मैंने नई कविता लिखी I "
"आपकी हर सुबह आप पर ही निर्भर करती है, की आप कितना अच्छा बनाना चाहते है I"
"जिन्हें अपने काम से प्यार होता है, उनकी सुबह जल्दी होती है I"
"मकसद रख के तो देख ज़िंदगी में, बिना बताये ही ज़िंदगी गुजर जायेगी I"
"आप अपनी कमजोरी ढूंढ लें, मेहनत करने की क्षमता खुद ब खुद आ जाएगी I"
"कुछ ऐसा कर की सुबह की धूप पर तेरा दस्तखत हो II"
कुछ भी हो मुश्कुराते रहो इस बुरे वक्त का भी बुरा वक्त आएगा, तेरी भी रात ख़त्म होगी और नया कल आएगा I
वक्त और ईश्वर पर भरोसा रखो, आपकी दुआ जरूर कबूल होगी I
ख़त्म होने जैसा ज़िंदगी में कुछ नहीं होता, हमेशा एक नई सुबह आपका इंतजार करती है I
वक्त के सामने झुका नहीं जाता बस वक्त से सीखा जाता है II
अपने आप को खुश रखना आपकी सबसे पहली और सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है II
संघर्ष अकेला कर, तेरी सफलता मनाने पूरी दुनिया तेरे साथ आएगी II
सुबह की ज़िंदगी हमारी ज़िंदगी में एक नए अवसर की तरह होती है I
हारता वही है जो दुनियां से नहीं अपने आप से हार जाता है I
जिस दिन की शुरुआत आपके हाथों की चाय से होती है, वो दिन भी क्या खूब होती है II
आप अपनी ज़िंदगी अपने तरीकों से जी के ही शेष से विशेष बना सकते हो II