"तन्हाई में बहुत सी अच्छाई है, बिना बात रुलाती है हसाती है। अपने आप से मिलवाती है, ज़िंदगी जीना सिखलाती है।"
"तन्हाई में बहुत सी अच्छाई है, बिना बात रुलाती है हसाती है। अपने आप से मिलवाती है, ज़िंदगी जीना सिखलाती है।"
"एक मैं ही नहीं, ये पूरी दुनिया ही तनहा है।"
"तन्हाई में किसी न किसी की याद होती है, इसीलिए तन्हाई अपने आप में ही मुकम्मल होती है।"
New Daily Quotes
"मैं इतना तनहा हूँ, की खुद से बात करने के लिए शब्द नहीं है।"
"तुम वो फ़िक्र हो, जिसका ज़िक्र मैं अक्सर तन्हाई में करता हूँ।"
"तन्हा इंसान अपने आप को सबसे ज्यादा अच्छे से समझता है।"
"तुम तब तक तेज़ी से आगे नहीं बढ़ सकते जब तक की तुम अपने आप के साथ नहीं हो।"
"मैं तन्हा हूँ शायद इसलिए, क्यों की दिल नहीं भरोसा टूटा है।"
"उसके जाने के बाद, बहुत से लोग मेरे पास आये, लेकिन फिर भी मैं अकेला रह गया।"
"अपने आप को बदलने के लिए तन्हा रहना बहुत जरुरी होता है।"
"तुम वही हो जिसने हमें हम से मिलना सिखाया, लोग कहते है तुमने मुझे छोड़ दिया।"
"तन्हा हूँ फिर भी वो मुझ में है, मुझ से दूर हो के भी।"
"कहानी अधूरी होती है, तो जीने का मज़ा सुनहरा होता है।"
"जबरन मैं किसी से ना हाल पूछता हूँ, और ना किसी को बताता हूँ। एक तुम ही तो थे जो मुझ से मेरा हाल पूछते थे।"
"जब तुम साथ होते हो तो तुम्हें देखता हूँ, और जब तन्हा होता हूँ तो तुमपे लिखता हूँ। इसके अलावा मुझे और कुछ नहीं आता।"
आजकल वो सड़क भी तनहा हो गई, जब से तुम ने वहां से गुज़रना बंद कर दिया।
करोड़ों की तरह हम भी उनके एक आशिक़ है, उनके बिना ही है, लेकिन उनकी यादों के साथ मुकम्मल है।
नाराज़ है वो हमसे, ये हम जानते है। वो हमें छोड़ देंगे, ऐसे वो ख्याल में भी नहीं सोचते होंगे।
परछाई के अलावा कोई और हमारे साथ चले ये हमें मंज़ूर नहीं।
कोई दिल से सुनता नहीं, इसीलिए हम भी किसी से कुछ कहते नहीं।
तन्हाई इसीलिए ज्यादा होने लगी दुनिया में, जब मोबाइल में नंबर से ज्यादा सेल्फियां रहने लगी।
हम अकेले ही बेहतर थे, जब से तुम से मिले है ,हम और भी तनहा रहने लगे है।
आंखों से दूर हूँ, मोबाइल से नहीं, कभी गलती से ही सही, फ़ोन कर दिया करो।
शहर बड़ा है, लेकिन इंसान एक ही कमरे में कैद है।
चाहे राधा हो या हो मीरा, सबके हिस्से में आई ये तन्हाई।
हर दिन तन्हाई मैं गुजर जाता है, बस तेरी याद मैं गुजर जाता है।
अकेला रहता हूँ, किसी से बात नहीं करता, अब मैं किसी पर भरोसा नहीं करता।
जिस पर किया यकीन, उसी ने धोका दिया, साथ रहने का वादा करके तन्हाई का आलम दिया।
कितनी ही याद आएगी तेरी, एक दिन भूल जाऊंगा, देखना अब मैं कभी लौटकर नहीं आऊंगा।
जमाना क्या कहता है, अब कोई मतलब नहीं रहा, सिर्फ तन्हाई है साथ मेरे, और कोई याद नहीं रहा।