
"शब्दों से ज्याद जो आपके ख़ामोशी को महसूस करे वो, वो होती है सच्ची यारी I"
"शब्दों से ज्याद जो आपके ख़ामोशी को महसूस करे वो, वो होती है सच्ची यारी I"
"जहां यारी होती है, वहां फिर कोई पाबन्दी नहीं होती I"
"हमारी दुनियां में बस यारी नाम का ही सिक्का खनकता है I"
"कुछ जाहिर करने की जहाँ जरुरत ना हो वो होती है यारी I"
"जिनके साथ अपनों को भूल जाते है वो होती है सच्ची यारी I"
"यारी है इतनी प्यारी जैसे, बिना बादल के बरसता पानी, लगती है जैसे कल परसों की कहानी I"
"दुनिया झूठी लगती है बस यारी सच्ची लगती है I"
"दोस्ती ज़िंदगी का बोझ बाँट लेती है I"
"एक वफादार दोस्त हजार रिश्तों से ऊपर होता है I"
"एक सच्चा दोस्त ही ज़िंदगी जीने का तरीका सिखाता है I"
"दोस्ती ज़िंदगी की गुलामी में जीने की थोड़ी आजादी देती है I"
"आओ साथ बैठ के कहानी नई लिखते है, उन्हीं दोस्तों के साथ ज़िंदगी नई शुरू करते है I"
"दोस्ती में कुछ भी सही गलत नहीं, उसके लिए मैं सही, मेरे लिए वो सही I"
"दोस्त के बिना ज़िंदगी बिना ताले की चाभी जैसी होती है I"
"दोस्ती वो कड़ी है जो ज़िंदगी में खुशियों को बांधे रहती है I"
"बिना शब्द के मतलब समझ आ जाय वो दोस्ती I"
"इंसान की पहचान का पता उसके पुराने दोस्तों से होती है I"
"हम जरुरत के हिसाब से अपने चाल बदलते है, यार नहीं I"
"पैसा कितना भी हो लेकिन सुकून दोस्तों के साथ ही मिलता है I"
"दोस्ती में लफ्जों के वजन नहीं देखे जाते तोलने से पहले I"
"किसी भी तारीफ़ का मोहताज नहीं होती सच्ची दोस्ती I"
"दोस्ती की सफर मंजिल से भी खूबसूरत होती है I"
"दोस्ती वो कलम है जिससे कोई भी कहानी लिख सकते है I"
"जैसे धुन के बिना संगीत अधूरी है वैसे दोस्ती के बिना ज़िंदगी अधूरी है I"
अच्छे दोस्तों की कोई कीमत नहीं होती I
इस मतलबी दुनियां में एक अच्छा दोस्त मिलना, ऐसा होता जैसा खुदा की रहमत बरसना I
दोस्तों की एक ही फितरत होती है दोस्ती निभानी I
ज़िंदगी में जब भी कोई फांसले आते तो दोस्त ही इन्हें भरते है I
दोस्तों के लिए निकलती है दिल से यही दुआ की लगे ना उसे किसी की बदुआ I
जब भी आये मौसम गम के दोस्तों ने ही साथ दिया I
दोस्तों की तरफ जाते हर गम फिसल जाय I
ज़िंदगी से जो लम्हा मिले वो यार पे कुर्बान I
जब सहमापन तब दोस्तों ने ही साथ दिया, कैसा है ये रिस्ता कोई जाने ना I
दोस्त बन जाया करते है, बनाये नहीं जाते है I
जो रूठ कर जाए और वापस ना आए, वो दोस्ती नहीं आप से रिस्ता निभा रहा था I
टूट जाना रिश्तों का स्वभाव है, और जो टूट जाए वो दोस्ती कभी थी ही नहीं I
हर एक रिश्ते का अपनी ही तरह का एक बंधन होता है, आजादी तो बस दोस्ती ही दिया करती है I
रिश्ते अटूट जो खुद ब खुद बन जाते है, है दोस्ती ही एक ऐसी दौलत जो भगवान् सब पर बराबर लुटाते है I
सच्ची दोस्ती में दोस्त नाराज हो सकता है, साथ नहीं छोड़ता I
अदा कर पाए दोस्ती की कीमत, रुपये की इतनी हैसियत नहीं I
जिक्र कर रहे थे लोग महफ़िल में अपने दौलत की, तो मैंने अपने दोस्तों के नाम गिनवा दिए I
"वक्त के साथ रिश्ते नये जोड़ते रहिये, मगर दोस्ती पुरानी बनाये रखिए, जमापूंजी है ये आपकी, मुसीबत के वक्त संजीवनी साबित होगी !!"
प्यार भले ही आपको मजबूर बना सकता है, दोस्ती आपको मजबूत ही बनाएगी I