"शर्म करने के बजाय, कर्म में लग जाइये I"
"शर्म करने के बजाय, कर्म में लग जाइये I"
"समय की कद्र करने वाले हमेशा अपने कर्म में व्यस्त रहते है I"
"जो अपने कर्म में विश्वास रखते है, वो नसीब का रोना नहीं रोते II"
New Daily Quotes
"कर्म करो फल की चिंता मत करो, मगर कर्म वही करो जिसका संभावित फल तुम्हारी चिंता का कारण न बने I "
"कर्म के प्रति आपका पूर्ण समर्पण ही आपके मन के अनुसार फल दे सकता है I"
"सोच - समझ कर ही कर्म करें क्योंकि कर्म अच्छा हो या बुरा कभी खाली नहीं जाता II"
"आप कर्म करते रहिये, ज़िंदगी आपको खूबसूरत मौके प्रदान करती रहेगी I"
"कर्म ही जीवन है, और मनुष्य का सबसे बड़ा कर्तव्य भी I"
"भोगना चाहते है तो अच्छे कर्म करिये, बुरे कर्मों की वजह से तो भुगतना पड़ता है I"
"कर्म वैसे कीजिए की आप किसी के काम आ सकें I"
"परिभाषा में अगर फस जाए कभी अच्छे और बुरे कर्मों की, तो ऐतबार अपने मकसद पर कर लेना I"
"अच्छे कर्म कर के आपको ज्यादा कुछ मिले ना मिले, लेकिन रात की नींद सुकून भरी होगी II"
"दौलत वही है जो आप अच्छे कर्मों की बदौलत कमाते है II"
"कर्महीन मनुष्य जानवर के समान होते है II"
"पृथ्वी पर जीवन के रूप अलग - अलग है, एक लक्ष्य सब का कर्म करना ही है II"
"सबको मिलता उतना जितना तकदीर दे, मगर आप कर्म के रास्ते अपनी तकदीर बदल सकते होI"
"अच्छे कर्मों में निवेश कीजिए, जो आपको वापसी में मिलेगा वो आपने उम्मीद से कहीं ज्यादा होगा I"
"कर्म ही मनुष्य को प्राप्त इकलौता ब्रह्मास्त्र है, जिससे वह अपने मनोरथ की सीधी कर सकता है I"
"स्थापित है समाज में मापदंप अच्छे - बुरे कर्मों का, मगर आप चयन उन्हीं कर्मों का करें जो आपके चरित्र की परिभाषा हो I"
"अगर आप कर्म पूरी ईमानदारी से करेंगे, तो आपको परिणाम भी बिना बेईमानी के ही मिलेगी I"
"अपने काम को अपनी प्रतिष्ठा समझिये, फिर आपके काम में गलती की गुंजाईश नहीं रह जायेगी I"
"हमेशा याद रखिये आप आपने बुरे कर्मों के फल से नहीं भाग पाएंगे I"
"आपके कर्मों का चयन ही आपके जीवन की रूप - रेखा तैयार करती है I"
"आपके अच्छे कर्मों का फल शायद आप बाँट भी सकें, बुरे कर्मों का फल आपको स्वयं भुगतना होगा I"
"कोई भी धर्म कभी भी अच्छे कर्म की बाधा नहीं बनता, फिर भी चुनना पड़ जाय कभी तो कर्म ही चुनें I"
"सच्चा कर्म मनुष्य की कठिन परीक्षा लेता है, उत्तीर्ण/(सफल) तभी होंगे जब विश्वास अडिग हो I"
"कभी - कभी भुगतना पड़ जाता है दूसरों के कर्मों का फल भी, समझ लेना की कोई कर्ज था जो आपने उतार दिया I"
"अवशेष मात्र भी बचता नहीं है किसी का यहाँ, बची रहती है तो बस सबके कर्मो की कहानियां I"
"कर्म अच्छा है या बुरा इस बात का फैसला आप नहीं, कर्म का मकसद तय करते है I"
"आपके अच्छे कर्मों का फल मिलाने में देरी हो सकती है, मगर आपके बुरे कर्मों का फल अवश्य और शीर्घ ही मिल जाती है, इसलिए सावधानी पूर्वक अपने कर्मों का चयन करें II"
जैसा कर्म करोगे वैसा ही फल पाओगे, तो कर्म सोच समझ के किया करिए।
कर्म का फल जरूर मिलेगा, बस फर्क ये हैं की कुछ कर्म अच्छे फल देते हैं तो कुछ बुरे।
वो दिन भर अपने कर्म को मेहनत में बदलता रहा दो रोटी के लिए।
ये तुम्हारे मेहनत की कहानी है, ज़िंदगी भर तो रहेगी ही, ज़िंदगी के बाद भी रहेगी।
जहां तक मेरा सवाल हैं, मैं तो कर्मा पे विश्वास रखता हूँ, कर्म अच्छा करूंगा तो अच्छा रहूंगा।
भाग्य के भरोसे रहोगे तो खुद भाग्य बन कर रह जाओगे, तो भाग्य को नहीं कर्मा को चुनिए।
ईश्वर भी कर्म करने वालों का साथ देता है, न की भाग्य के भरोसे बैठने वालो का।
तुम कर्म बुरा करोगे तो फल भी बुरा ही पाओगे।
शब्दों से ज्यादा कर्मा को अहमियत देना खुद का आचरण दिखाते समय।
तुम सुंदर बहुत हो पर तन की नही तुम्हारे कर्म की सुंदरता से।
क्या खूब है तुम्हारे मन की भाषा कर्म को ही पूजा समझता है।
मैं तेरे कर्म में खुद को बंधा हुआ मानता हूँ, अब जो मैं तेरा हो चुका हूँ।
मैने ये प्रण लिया है के अब कर्म हि मेरी साधना होगी।
मैं फ़ल की चिंता किए बगैर कर्म में लीन रहने में विश्वास रखता हूँ।
जितनी जल्दि हो सके सफ़ल होने के लिए मेहन्त को अपना कर्म समझ कर लग जाओ सफ़लता जरुर मिलेगी।
कर्म की शुरुआत करो, क्योंकि आगे बढ़ने का सच्चा रास्ता तुम्हारे कर्मों से ही मिलता है।
सकारात्मक कर्मों के माध्यम से ही हम अपने जीवन को सुंदर बना सकते हैं।
कर्मों का सिलसिला न कभी रुकता है और न कभी नींद में जा सकता है।
कर्म का बोझ हमेशा सत्य होता है, और इसका सामना करना हमारी आत्मा को और भी मजबूत बनाता है।
हमारे कर्म हमें उस दिशा में ले जाते हैं जिसमें हमारा मन है।
कर्म से ही जीवन का असली मूल्य पता चलता है, क्योंकि वह हमें हमारी साकारात्मकता का अहसास कराता है।
कर्म की गहराईयों में ही जीवन की सच्चाई छुपी होती है।
कर्म एक अद्वितीय बात है जो हमें सच्ची स्वतंत्रता का अहसास कराता है।
सच्चा सुख उस समय आता है जब हम अपने कर्मों में समर्पित होते हैं।
कर्म से ही हम अपने भविष्य की राह को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए सही कर्म करो और अच्छा बनो।