"सफलता से बड़ा कोई शिक्षक नहीं I"
"सफलता से बड़ा कोई शिक्षक नहीं I"
"शिक्षक के बगैर आप सभ्य और समृद्ध समाज की कल्पना नहीं कर सकते I"
"शिक्षक वो मार्गदर्शक है जो आपके जीवन का मार्ग सुगम बनाते है I"
New Daily Quotes
"गुरु से ज्ञान लेने से पहले उनका सम्मान करना सीखिए I"
"शिक्षक वो किसान है, जो दिमाग में ज्ञान के बीज बोता है I"
"ज्ञान से बड़ा कोई दान नहीं, और गुरु से बड़ा कोई दानी नहीं I"
"शिक्षक के प्रति समर्पण ही आपकी सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है I"
"शिष्य की सफलता उसके गुरु की काबिलियत की परिचय देती है I"
"एक शिक्षा का दान ही, आप बिना कंजूसी किये दान कर सकते है I"
"सच्ची समाज सेवा करनी हो तो शिक्षक बनिये I"
"आपके सफलता पर आपसे भी ज्यादा ख़ुशी आपके माता - पिता और शिक्षक को ही होती है I"
"आपके शिक्षक भी गर्व करें आप पर, उनकी शिक्षा का ऐसा मान बढ़ाएं आप II "
"वक्त बदला कई दौर गुजरे, मगर आज भी शिक्षक और शिक्षा का स्थान सबसे ऊपर है I"
"यकीन ना हो तो इतिहास पढ़ कर देखिये, हर एक महान हस्ती को तराशा किसी महान शिक्षक ने ही है I"
"शिक्षकों की दी गई शिक्षा के बदले आपका, उनके प्रति सम्मान ही उनके ज्ञान - दान की लाज रखता है I"
अगर आपकी सीखने की चाह अर्जुन जैसी हो, तो आपको आपका द्रोणाचार्य भी अवश्य ही मिलेगा I
शिक्षक का स्थान माता - पिता और भगवान के समान है I
ज्ञान ही परम और सच्चा धर्म है I
अगर आप विद्यार्थी के किरदार में बने रहेंगे, तो जीवन भर ज्ञान अर्जित कर सकते है I
ज्ञान ही आपका सबसे बड़ा साथी है, जो बुरे से बुरे वक्त में भी आपका साथ नहीं छोड़ता I
गुरु और शिष्य का संबंध, भक्त और भगवान के रिश्ते के सामान होता है I
शिष्य कच्ची मिट्टी के सामान होता है, जिसे सुन्दर मूर्त रूप देने का काम गुरु करते है I
शिक्षकों की दी हुई शिक्षा सिर्फ स्कूल और कॉलेज तक ही नहीं, पूरे जीवन आपके काम आती है I
शिक्षक मूर्तिकार के सामान होते है जिसके कठोर शब्द हथौड़े की चोट के सामान हो सकते है, पर उनका मकसद आपका ही व्यक्तित्व निखारना होता है
अपने ज्ञान पर कभी घमंड हो जाय तो याद रखना शिक्षक द्वारा दान में मिली है ये आपको, और दान में मिली हुई चीज पर कभी घमंड नहीं करते I
माता-पिता और अध्यापक का सम्मान करना हि आपके संस्कार कि निशानी है।
गुरु ऐसा धन है जीवन का जिसे अर्जित करने से सारी दुनिया अपनी लगती है।
किसी एक दिन नहीं हर दिन गुरु के चरणो में सर झुका के मेरे दिन कि शुरुआत होती है।
गुरु का दर्जा भगवान से रखा है, इसलिए गुरु को मैने सबसे ऊपर रखा है।
ये दुनिया इतनी सभ्य कहाँ, ये तो शिक्षक की देन है।
आप जब सफ़ल होगे तो आपसे ज्यादा आपके अध्यापक खुश होंगे।
हर जगह मैने देखा बिकते हुए लोगों को, बस एक गुरु थे जो दिल से हमे सिखाते थे।
शिक्षक केवल मानव ही नहीं अपितु हर एक वो चीज़ हो सकती है जिससे आप कुछ सीखते हो।
मुझे इंसान बनाने वाले मेरे गुरु को मेरा प्रणाम जिन्होने मुझे सब कुछ सिखाया।
सुख का सागर है गुरु, हमारा गुरुर है गुरु, हमारी सफ़लता का मान है गुरु।
शिक्षक से ही ये दुनिया ये संसार ने ग्यान लिया इनका सम्मान करना हमारा पहला कर्तव्य है।
गलती करना पर उस गलती को शिक्षक समझ कर उससे सीखना जरुर।
मेरा मान सम्मान है मेरे गुरु के आशिर्वाद में।
मैं अकसर सर को झुका लेता हूँ अपने गुरु के आगे जिससे मैने सब कुछ सीखा है।
ये पूरा जीवन कुर्बान कर दू गर गुरु दक्षिणा कम पड़ जाए तो ऐसा सम्मान है गुरु का मेरे लिए।