"प्यार और सम्मान इंसान की नज़रें ही बयाँ कर देती है।"
"प्यार और सम्मान इंसान की नज़रें ही बयाँ कर देती है।"
"सम्मान पाने से पहले सम्मान देना बहुत जरुरी है।"
"कोई दूसरा आपका सम्मान करें, इससे पहले आप अपना सम्मान करें।"
New Daily Quotes
"ये दुनिया हैसियत देख सम्मान करती है।"
"सब को एक जैसा सम्मान दे।"
"पैसा और सम्मान बहुत मेहनत करना पड़ता है।"
"धन गवांने में फिर भी समय लगेगा, लेकिन कमाया हुआ सम्मान पल भर में गवायाँ जा सकता है।"
"सम्मान एक परस्पर चीज है, यह कभी भी एक तरफा नहीं हो सकता है।"
"वास्तविक सम्मान और खुशामद करने में फर्क समझें, वर्ना धोखा खा सकते है।"
"बिना बुलाए कहीं जाने पर इज़्ज़त कम हो जाती है।"
"मिलने वाले सम्मान को कभी GRANTED में ना लें।"
"सम्मान मिले तो स्वीकार करें, वर्ना सम्मान आपके हिस्से में कभी नहीं आएगी।"
"धन खोया तो कुछ ना खोया, सम्मान खोया तो सब कुछ खो गया।"
"अपने आप का सम्मान करें, दूसरे आपका सम्मान खुद करने लगेंगे।"
"सम्मान और प्यार की गहराई सागर की गहराई से भी ज्यादा होती है।"
"कर्म का चयन सावधानी पूर्वक करें, आप सदा सम्मान के हक़दार बने रहेंगे।"
"जहाँ सच है वहां सम्मान को आना ही पड़ता है।"
"दौलत से मिलने वाली सम्मान ज्यादा दिनों तक नहीं चलती है।"
"आपको मिलने वाला सम्मान भी आपके द्वारा कमाया गया धन है।"
"कड़वा सच यह भी है की इंसान का पैसा उसको समाज से मिलने वाले इज़्ज़त का आधार बन चूका है।"
"लाख कोशिश कर के भी आप सच्चा सम्मान नहीं खरीद सकते है।"
"जिनके पास काबिलियत है, उनका सम्मान हर जगह होता है।"
"जहाँ उम्मीद ना हो वहां सम्मान मिल जाए, तो वहां सावधान हो जाएँ।"
"खोया हुआ धन वापस मिल सकता है, लेकिन खोई हुई इज़्ज़त शायद ही वापस आती है।"
"प्यार और सम्मान एक दूसरे के पूरक है।"
"लोग अपना फायदा देखकर भी सम्मान करते है, ऐसे लोगों से सावधान रहें।"
सारी उम्र एक ही प्रार्थना है ईश्वर से कि, कभी किसी का दिल न दुखे मेरी वजह से।
बहुत हैरान होता हूँ मैं जब सुनता हूँ, कि वो अपने माँ बाप कि इज़्ज़त नहीं करता।
मेरी कोशिश इतनी है कि कोई कभी मुझे गलत न कहे।
ये डर के क्यों जीते हो, तुम तो सम्मान के पात्र हो।
सम्मान पाने की आस में तुझसे अपमान पाता रहा।
मेरी तहज़ीब ऐसी है की मैं अपने दुश्मनों से भी तहज़ीब से पेश आता हूं।
औरत को उपहार देना चाहते हो तो सम्मान क्यों नहीं।
उससे मोहब्बत करने गया था, दिल मैने उसे समझा दिया मोहब्बत कि पहली प्राथमिकता इज़्ज़त की होगी।
गर दिल से कदर हो तो रिश्ता अच्छा होता है, इतना उसको बताना था पर वो नासमझ निकली।
मेरी कदर करते, हो पहले सच तो बोलो।
वो मेरी यूं ही तारीफें करता रहा, मै उसके धोखे को सम्मान समझ बैठा।
वो बेवजह खुद को नासमझ कहते रहे, कुसूर तो वक्त का जिसने उसका आदर नहीं किया।
आत्म सम्मान के लिए मैं उसकी झूठी तारीफ़ भी नहीं कर सकता।
उसके भावनाओं को मैं गलती से भी ठेस नहीं पहुंचाऊगा, क्यों के मुझे पता है उसकी भावनाएं उसके लिए बहुत कुछ हैं।
मुझे इज़्ज़त प्यारी है वरना लोग तो गाली सुनकर भी प्यार में रहते हैं।
वो मुस्कुराते हुए तुम्हारी बढाई कर रहे थे तुम इसे सच समझ बैठे, असल में तो वो आपके हालात पे हस रहे थे।
वो इज़्ज़त करते थे आपके प्यार में और ये इज़्ज़त उतारते हैं प्यार में आपके।
मेरा एक अलग मायना है, इज़्ज़त दोगे तो इज़्ज़त पाओगे।
मेरा आत्मसम्मान मेरे लिए सब कुछ है, मैं किसी भी चीज़ के लिए इससे समझौता नहीं कर सकता।
आप खुद की इज़्ज़त करो दूसरे खुद ब खुद करने लगेंगे।