"आप अगर अपने मुसीबतों का सामना नहीं कर सकते है, तो आप अपने जीवन में कुछ बड़ा नहीं कर पाएंगे।"
"आप अगर अपने मुसीबतों का सामना नहीं कर सकते है, तो आप अपने जीवन में कुछ बड़ा नहीं कर पाएंगे।"
"जितनी पुरानी होती जाती है उतनी ही खास होती है, ये इश्क़ है जनाब ये बस बेहिसाब होती है।"
"वो कहता था की मुस्कान बेहद खास है तुम्हारी, सच ही कहता होगा इसीलिए साथ ले गया II"
New Daily Quotes
"अगर आज कल तुम्हें ज्यादा हिचकियाँ आ रही है, तो समझ लेना हमने याद किया है।"
"अब हमदर्दी बेवजह है, दिल टूटने के बाद, हमें ही खैरात दे रहे है, हमें लूटने के बाद।"
"आज मैं फिर अच्छी अदाकारी करते पकड़ा गया, दिल में दर्द था और अपनों के सामने पकड़ा गया।"
"जान बुझ के जो पिया, उस जहर का नाम इश्क़ है।"
"ज़िंदगी का व्यापारी वो है जो अपनी ज़िंदगी अपने आप पर अपनी ज़िंदगी खर्च करते है।"
"घाव से नहीं बल्कि लोगों के लगाव से डर लगता है II"
"जब से लोगों ने लोगों को भूलना सिखाया, तब से हमने भी किसी को याद नहीं किया है।"
"अपने आप से एक सौदा किया की अब बस लोगों से सौदा ही करना है।"
"आज कल अखबार छप के नहीं बिक ते, बल्कि बिक के छपते है II"
"फुर्सत कहाँ होती है उन्हें जो अपने लिए काम करते है।"
"आजकल दुनिया में आबाद होने से पहले बर्बाद होना पड़ता है।"
"दुनिया में रहने की सबसे महफूज़ जगह किसी का दिल होता है।"
अब जा रहा फिर से, जब जरूरत पड़े तो मुझे पुकार लेना।
ये मेरा इश्क है इसे झूठा ना कहो हाँ, एकतरफा कहने का हक है तुम्हें।
मेरे जनाज़े के साथ चलते हुए खुद को कोस रहे थे, वो गलती मेरी थी जो तुम्हें जाने दिया।
तुमसा उलझा हुआ हूँ मैं, तेरे पतंग से कटे हुए धागे जैसा हूँ मैं।
बिन बात के मेरे दर्द मेरे पास मुझे रुलाने आ जाते हैं तेरी याद लेके।
ज़िंदगी रहे ना रहे, लेकिन ज़िंदगी में माँ का रहना बहुत जरुरी है।
उस से एक मुलाकात हुई, और मुकम्मल मैं हो गया।
हर सवाल का हल नहीं होता है, माँ जैसा प्यार कोई और नहीं करता है।
आज जो मेरे पास मयस्सर है, कल मैं उसके जुस्तुजू में था। और आज मैं जिसके जुस्तुजू में हूँ, शायद कल वो मयस्सर होगा।
शब्द छोटे हो या बड़े हो, वज़नदार होने चाहिए।
ज़िंदगी की तलाश इच्छा से शुरू होती है, और इच्छा के चलते ही ख़त्म होती है।
झगड़ा तो किया ही नहीं, किस मुँह से माफ़ी मांगू।
इतना चोट पहुंचा है इस रिश्ते को तेरे एक झूठ बोलने से, फ़िर भी इसमे दरार नहीं।
अब दूरियां ही सही रहेंगी तुझसे, अब दिल और दर्द नहीं सह सकता।
कितना हसीन कल का दिन था, तुम थी हम थे और एक अन्धेरी रात थी, पर अफ़सोस ये है कि वो कल था।
मैं झुक के उसके सामने खड़ा क्या हुआ, उसने मुझे पायदान बना दिया।
सभी के चेहरे पर काला सच छिपा है, सभी यहाँ गुनहगार लगते हैं।
बुरा हुआ मुझ संग, तेरा ना होना मुझे मजबूर कर गया।
मैं नफ़रत कर बैठा इश्क से तुझसे इश्क कर के।
बहुत बेबस लगता हूँ ए ज़िन्दगी, अब सबके आगे मुझसे और झूठ बोला नहीं जाता।
मैं फ़ायदा देखता तो दोस्ती यहाँ तक नहीं पहुंचती, मैं तुझ जैसा होता तो दोस्ती इश्क में नहीं बदलती।
कितना अजीब हुआ न, पहले वो बुलाते थे मैं Ignore करता था जाना, अब वो नहीं आते मेरे बुलाने पे।