
"अपने कपडे फटे ही सही लेकिन अपनी औलाद के हर ख्वाहिश को पूरा करता है।"
"अपने कपडे फटे ही सही लेकिन अपनी औलाद के हर ख्वाहिश को पूरा करता है।"
"मेरे लिए पिता मेरी दुनिया है।"
"अगर माँ धरती है, तो पिता गगन है और मैं उस गगन का परिंदा हूँ।"
New Daily Quotes
"ऊपर वाले का करम होता है, जिस पर बाप का साया होता है।"
"मुझे नहीं पता ऊपर वाले ने मेरे तक़दीर में क्या लिखा, अगर पिता का प्यार नहीं लिखा तो कुछ नहीं लिखा।"
"उसकी हर ख्वाहिश पूरी होती है, पिता जिसके साथ होते है।"
"पिता अपने सपने बच्चों के आँखों में देखता है, इसीलिए उसे पूरा करने के लिए भरी धूप में भी काम करता है।"
"पिता ज़िंदगी कि धूप में वृक्ष की छाँव है।"
"बच्चों को मंज़िल मिले, इसीलिए पिता हमेशा सफर में साथ चलते है।"
"मतलबी इस दुनिया में बस पिता ही बेमतलब का प्यार करता है।"
"पिता के प्यार से बढ़कर दुनिया में और कोई दौलत नहीं है।"
"पिता वो लोहार है, जो अपनी डांट से ठोक-पीटकर, बच्चों को अच्छा इंसान बनाता है।"
"पिता घर का सबसे मजबूत नींव होता है I"
"पिता से ही है नाम मेरा, है पिता रब मेरा।"
"मेरी पहचान आप से है, मेरी जमीं और मेरा आसमान आप से है।"
दुनिया के लिए होंगे अमीर दूसरे, मेरे लिए तो मेरे पापा हि अमीर हैं।
पापा मेरे गुस्से वाले जरुर है पर दिल के बहुत साफ़ हैं।
मैने उनका हाँथ थामना चाहा चलते-चलते फ़िर देखा पहले से ही मेरे पापा ने मेरा हाँथ थाम रखा था।
मेरी बिदाई के समय सबसे ज्यादा वो रोयेगा, मेरे दिल के करीब है वो, जब मैं जाऊंगी तो टूट के बिखर जायेगा।
तुम्हारे हर सुख दुख में साथ रहून्गा, जितना मुझे तुमने दिया उससे कई गुना मैं तुमको दून्गा।
पापा आप सूरज की तरह हो, जिसके न होने से केवल अंधेरा नज़र आता है।
सब कहते हैं कि वृद्घाश्रम में लाचार लोग रहते हैं, मैने कहा लाचार वृद्घाश्रम में रहने वाले नहीं उनके घर में रहने वाले लोग होते हैं।
रात को देर मैं घर पे आया, पापा ने दरवाजा खोला मैं डर गया, और फ़िर पापा ने कहा 'बेटा मैं भी कभी किसी का बेटा था।'
मैं सिर पे हाथ रखकर बैठा था, पापा ने कहा बेटा मैं जब तक हूं सर उँचा करके जी।
वो घर पे हारा हुआ आया और मेरे जिद करने पे मुझे हंस के मनाया, वो कोई और नहीं मेरे पापा थे।
वो राजा था अपने बच्चों के लिए, सारी खुशी खुद कि खुशियो कोमारकर पूरा करता रहा।
उसकी कमीज फ़टी थी पर उसने मुझे हर त्योहार पर कपड़ा दिलाया था, वो और कोई नहीं मेरा पापा था।
मेरे सफ़र में मेरे पापा मेरे साथ थे, तो रास्तों ने क्या मंजिल ने भी घुटने टेक दिए।
पिता बच्चों की ख्वाहिशों की दुकान है।
मैं घर से निकला तो पता चला कि मेरा कितना नाम है, क्यों कि मेरे नाम के आगे मेरे पापा का नाम है।