"एक सिद्धांत को वास्तविकता के साथ संतुलित किया जाना चाहिए।"
"एक सिद्धांत को वास्तविकता के साथ संतुलित किया जाना चाहिए।"
"कार्य के प्रभावी होने के लिए उसे स्पष्ठ लक्ष्य की तरफ निर्देशित किया जाना चाहिए।"
"नागरिकता देश की सेवा में निहित है।"
New Daily Quotes
"संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार है।"
"लोकतंत्र और समाजवाद लक्ष्य पाने के साधन है, स्वयम में लक्ष्य नहीं।"
"संकट के समय हर छोटी चीज मायने रखती है।"
"तथ्य तथ्य हैं और आपके नापसंद करने से गायब नहीं हो जायेंगे।"
"असफलता तभी आती है जब हम अपने आदर्श, उद्देश्य, और सिद्धांत भूल जाते हैं।"
"अज्ञानता बदलाव से हमेशा डरती है।"
"हमें थोडा विनम्र रहना चाहिए; हम ये सोचें कि शायद सत्य पूर्ण रूप से हमारे साथ ना हो।"
"लोगों की कला उनके दिमाग का सही दर्पण है।"
"सह- अस्तित्व का केवल एक विकल्प है सह- विनाश।"
"बहुत अधिक सतर्क रहने की नीति सभी खतरों में सबसे बड़ा है।"
"पूर्ण रूप से आन्दोलनकारी रवैया किसी विषय के गहन विचार के लिए ठीक नहीं है।"
"शायद जीवन में भय से बुरा और खतरनाक कुछ भी नहीं है।"
बिना शांति के, और सभी सपने खो जाते हैं और राख में मिल जाते हैं।
आप तस्वीर के चेहरे दीवार की तरफ मोड़ के इतिहास का रुख नहीं बदल सकते।
एक नेता या कर्मठ व्यक्ति संकट के समय लगभग हमेशा ही अवचेतन रूप में कार्य करता है और फिर अपने किये गए कार्यों के लिए तर्क सोचता है।
एक ऐसा क्षण जो इतिहास में बहुत ही कम आता है , जब हम पुराने के छोड़ नए की तरफ जाते हैं , जब एक युग का अंत होता है , और जब वर्षों से शोषित एक देश की आत्मा , अपनी बात कह सकती है।
जब तक मैं स्वयं में आश्वस्त हूँ की किया गया काम सही काम है तब तक मुझे संतुष्टि रहती है।
संकट और गतिरोध जब वे होते हैं तो कम से कम उनका एक फायदा होता है कि वे हमें सोचने पर मजबूर करते हैं।
लोकतंत्र अच्छा है . मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि बाकी व्यवस्थाएं और बुरी हैं।
महान कार्य और छोटे लोग साथ नहीं चल सकते।
मैं पूर्व और पश्चिम का अनूठा मिश्रण बन गया हूँ, हर जगह बेमेल सा , घर पर कहें का नही।
आजादी के अवसर पर नेहरु जी का दिया विश्व प्रसिद्द भाषण “Tryst With Destiny” आपको ज़रूर सुनना चाहिए।
सुझाव देना और बाद में हमने जो कहा उसके नतीजे से बचने की कोशिश करना बेहद आसान है।
हर एक हमलावर राष्ट्र की यह दावा करने की आदत होती है कि वह अपनी रक्षा के लिए कार्य कर रहा है।
जीवन ताश के पत्तों के खेल की तरह है. आपके हाथ में जो है वह नियति है , जिस तरह से आप खेलते हैं वह स्वतंत्र इच्छा है।
वफादार और कुशल महान कारण के लिए कार्य करते हैं, भले ही उन्हें तुरंत पहचान ना मिले, अंततः उसका फल मिलता है।
जाहिर है, दक्षता का सबसे अच्छा प्रकार वह है जो मौजूदा सामग्री का अधिकतम लाभ उठा सके।
हमारे अन्दर सबसे बड़ी कमी यह है कि हम चीजों के बारे में बात ज्यादा करते हैं और काम कम।
शांति राष्ट्रों का सम्बन्ध नहीं है। यह एक मन: स्थिति है जो आत्मा की निर्मलता से आती है। शांति सिर्फ युद्ध का अभाव नहीं है.यह मन की एक अवस्था है।
समाजवाद…ना केवल जीने का तरीका है, बल्कि सामजिक और आर्थिक समस्यों के निवारण के लिए एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण है।
यदि पूंजीवादी समाज की शक्तियों को अनियंत्रित छोड़ दिया जाए तो वो अमीर को और अमीर और गरीब को और गरीब बना देंगी।
जो व्यक्ति जो सबकुछ पा चुका है वह हर एक चीज शांति और व्यवस्था के पक्ष में चाहता है।
जो व्यक्ति भाग जाता है वह शांत बैठे व्यक्ति की तुलना में अधिक खतरे में पड़ जाता है।
जो व्यक्ति अधिकतर अपने ही गुणों का बखान करता रहता है वो अक्सर सबसे कम गुनी होता है।
समय सालों के बीतने से नहीं मापा जाता बल्कि किसी ने क्या किया, क्या महसूस किया, और क्या हांसिल किया इससे मापा जाता है।
अच्छी नैतिक स्थिति में होना कम से कम उतना ही प्रशिक्षण मांगता है जितना कि अच्छी शारीरिक स्थिति में होना।
हम एक अद्भुत दुनिया में रहते हैं जो सौंदर्य, आकर्षण और रोमांच से भरी हुई है. यदि हम खुली आँखों से खोजे तो यहाँ रोमांच का कोई अंत नहीं है।
हम वास्तविकता में क्या हैं वो और लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं उससे कहीं अधिक मायने रखता है।